उत्तराखंड

MAPEI कम्पनी का उत्कृष्ट कार्य, जर्जर बने राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय तिलधार खाल यमकेश्वर का रिनोवेशन और सौंदर्यीकरण कर बनाया आर्कषक, देखिये पुरानी और नई तस्वीरे

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यमकेश्वर। उत्तराखंड के पहाड़ों में संचालित राजकीय विद्यालयो के जर्जर भवनो की स्थिति से हर कोई वाकिफ है, विद्यालय भवनों की स्थिति इतनी खराब है कि देखकर लगता है कि इन सरस्वती के भवनों की दयनीय स्थिति में भला बच्चों का भविष्य कैसा बन पाता होगा, और शिक्षक चाहकर भी अच्छी शिक्षा नहीं दे पाते होंगे। ऐसे विद्यालयो को मिलने वाला राजकोषीय बजट इतना कम होता है कि उसमें विद्यालय कि स्थिति को सुधारने के लिये ऊंट के मुँह में जीरे जैसे कहावत चरितार्थ होती है।
ऐसे ही कमोबेश स्थिति सब जगह है। यमकेश्वर के लक्ष्मणझूला नीलकंठ कांडी स्थित सड़क के किनारे बना उच्चतर माध्यमिक विद्यालय तिलधार खाल जिसका भवन कभी एक गौशाला जैसा प्रतीत होता था, भवन कि छत पूरी तरह जर्जर हो चुकी थी, कक्षो के खिड़कियों के दरवाजे टूट चुके थे।

उक्त विद्यालय की दयनीय स्थिति पर यमकेश्वर कुलेथा गाँव निवासी आचार्य संजय पूरी तथा आशुतोष कंडवाल जो कि मैपेई ( MAPEI) कम्पनी में कार्यरत है उनकी दृष्टि पड़ी उन्होंने विद्यालय भवन के रिनोवेशन एवं सौंदर्यीकरण की ठानी।

उन्होंने मैपई कंपनी जो कि एक यूरोपियन कंपनी है, के सीईओ संजय भल्ला को विद्यालय भवन की स्थिति के बारे में अवगत कराया उसके बाद सीईओ संजय भल्ला ने रिनोवेशन के लिये कम्पनी के CSR intative फंड से तिलधारखाल विद्यालय के भवन के छत की रिपेयरिंग कर कम्पनी के कैमिकल से छत का रिनोवेशन करवाया,साथ ही विद्यालय का सौंदर्यीकरण के साथ ही खिड़की दरवाजो की रिपेयरिंग का कार्य करवाया है।

विद्यालय भवन कि दीवारो में सुंदर रंग रोदन एवं सुंदर लेखों से सुसज्जित किया है, जो बहुत आकर्षित कर रहे हैं, साथ ही कक्षा कक्षो की खिड़कियां जो टूट चुकी थी उन्हें दोबारा बनवाया है, विद्यालय की छत पर कैमिकल डालकर मजबूती प्रदान कर दी गई है।
इसके साथ ही कंपनी ने स्वच्छ भारत अभियान से प्रेरित होकर विद्यालय के लिये दो लाख की लागत से आधुनिक शौचालय का निर्माण करवाया। इसके साथ ही पूर्व में उक्त कंपनी ने यमकेश्वर के गणेश पुर विद्यालय का भी रिनोवेशन करवाया, जो कि बहुत ही आकर्षक दिखाई दे रहा है। कम्पनी के द्वारा विद्यार्थियों को पानी की बोतलें आबंटित की गई।

कम्पनी के सीइओ संजय भल्ला ने कहा कि हमने कम्पनी के उक्त सीएसआर इंटेटिव फंड को शिक्षा के क्षेत्र में जरूरत मंद विद्यार्थियों एवं जर्जर भवनों के मरम्मत के साथ ही अन्य सामाजिक सरोकारों एवं राष्ट्रनिर्माण के लिये उपयोग करते हैं। हमारा उद्देश्य समाज के उन जरूरत मंद विद्यार्थियों के लिये एक अच्छे विद्यालय का सुरक्षित वातावरण तैयार करना है ताकि छात्र पूरे मनोयोग से पढ़ सके और शिक्षक अध्यापन कार्य कर सके, हमने इस क्षेत्र मे सबसे पहले देवभूमि उत्तराखंड का चयन किया उसमे भी सुदूर ग्रामीण क्षेत्र यमकेश्वर को प्राथमिकता देते हुये इस कार्य का शुभारंभ किया।

वहीँ आशुतोष चन्द्र प्रकाश कंडवाल ने कहा कि हमारा उद्देश्य उन सरकारी विद्यालयों के मरमम्त करने का है जो कि बहुत दयनीय स्थिति में है, हम खुद ही जाकर उक्त विद्यालय का निरीक्षण कर चयन करते है।

इस मौके पर विद्यालय के प्रधानाचार्य आरके वर्मा ने कहा कि मैपई कम्पनी के अभूतपूर्व सहयोग के फलस्वरूप विद्यालय भवन कि जर्जर स्थिति में काफी सुधार हो गया है ,साथ हीं विद्यालय को एक बेहतर शौचालय मिल गया है।
वही जेष्ठ प्रमुख दिनेश भट्ट ने कहा कि कम्पनी के द्वारा किये जाने वाले कार्य सराहनीय है, इससे सभी को प्रेरणा मिलती है।

इस अवसर पर विद्यालय की छात्र छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर कम्पनी के सीईओ संजय की माता सुषमा भल्ला, दीपक राज कंडवाल, आचार्य संजय पुरी, अनिल कंडवाल, गणेश दत्त शुक्ला स्वाहम चौधरी, प्रभुलाल कंडवाल, ग्राम प्रधान खरदुनी सुमनलता राणा,पम्बा प्रधान रोशनी राणा, क्षेत्र पंचायत सुलोचना राणा, ग्राम प्रधान गणेशपुर सुनील बड़थ्वाल,पूर्व प्रधान पम्बा राजपाल राणा, नीरज कुकरेती, मुकेश जोशी,सुमन राणा, विद्यालय के समस्त शिक्षक व कर्मचारी गंण उपस्थित रहे।



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