बढऩे लगे कोरोना केस…2 साल बाद फिर लगा लॉकडाउन, टेस्टिंग पर जोर
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शंघाई। कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए यहां लॉकडाउन लगा दिया गया है। शंघाई की करीब 1 करोड़ जनता दो साल बाद इस समय बेहद सख्त लॉकडाउन के दौर से गुजर रही है। चीन में कोरोना को रोकने के लिए यह सख्त लॉकडाउन ऐसे समय पर लगाया गया है जब दुनिया अब इस महामारी के साथ जीना सीख चुकी है। इसके साथ ही व्यापक टेस्टिंग शुरू की गई है। चीन के इस ऐलान से दुनियाभर में खलबली मच गई। तेल के दामों में तेजी से गिरावट आई है। व्यापारियों को डर है कि इस लॉकडाउन से डिमांड में कमी आ सकती है। चीन के सख्त लॉकडाउन की नीति से दुनिया की अर्थव्यवस्था और वित्तीय बाजार संकट में जा रहे हैं। वह भी तब भी रूस और यूक्रेन में युद्ध चल रहा है और दुनिया में महंगाई आसमान छू रही है।
शंघाई की कुल आबादी 2.50 करोड़ है। यहां मार्च की शुरुआत से केस बढऩे लगे थे और अब यह ओमीक्रोन वेरिएंट का हॉटस्पॉट बन चुका है। रविवार को शंघाई में रिकॉर्ड 3,450 नए मामले सामने आए हैं। यह देश के कुल केस का करीब 70प्रतिशत है। इनमें से 50प्रतिशत मामलों में संक्रमण के लक्षण साफ नजर आ रहे हैं। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने रविवार को 4,500 से ज्यादा नए घरेलू मामलों की जानकारी दी। यह एक दिन पहले के मुकाबले 1,000 कम है। चीन के वुहान शहर में पहला केस 2019 के अंत में आया था। अगर संक्रमण के पहले हफ्ते को छोड़ दें तो चीन में अब केस ज्यादा तेजी से बढ़ रहे हैं।
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