जिला सहकारी बैंक देहरादून चतुर्थ श्रेणी भर्ती प्रक्रिया की जांच रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं करने पर उठ रहे सवाल, बैंक कर्मचारियों में रोष
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देहरादून। जिला सहकारी बैंक देहरादून की चतुर्थ श्रेणी भर्ती प्रक्रिया की जांच रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं करने पर शासन व विभागीय अधिकारियों पर सवाल उठ रहे हैं। बैंक कर्मचारी ही दबी आवाज में जांच रिपोर्ट को दबाने की बात कह रहे हैं। अभी तक नैनीताल व पिथौरागढ़ जिले की जांच रिपोर्ट भी नहीं सौंपी गई है। जिला सहकारी बैंक देहरादून, नैनीताल व पिथौरागढ़ में चतुर्थ श्रेणी भर्ती प्रक्रिया में मनमानी व धांधली की शिकायतों के बाद शासन ने तीनों जिलों की भर्ती प्रक्रिया पर जांच बैठा दी थी। जांच अधिकारी उप निबंधक नीरज बेलवाल की अध्यक्षता में जांच कमेटी का गठन किया गया था।
जांच टीम की प्रथम दृष्टया में भर्ती प्रक्रिया में अधिकारियों और नेताओं की ओर से मिलीभगत कर अपने रिश्तेदारों व परिचितों को भर्ती कराने की बात सामने आई थी। जांच के दौरान रिपोर्ट 15 दिन में शासन को सौंपने के निर्देश दिए थे। लेकिन जांच टीम ने लगभग तीन महीने में देहरादून जिले की जांच रिपोर्ट शासन को सौंप दी। जांच सौंपने के 15 दिन बाद भी शासन की ओर से जांच रिपोर्ट को ना ही सार्वजनिक किया गया है और ना ही जांच रिपोर्ट के आधार पर किसी के खिलाफ कार्रवाई की गई है। इससे बैंक कर्मचारियों में भी रोष है।
कोर्ट जाने की तैयारी कर रहे कर्मचारी
जिला सहकारी बैंक के कर्मचारी जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक करने को लेकर हाईकोर्ट का रुख करने का मन बना रहे हैं। कर्मचारियों का कहना है कि पहले जांच रिपोर्ट तैयार करने में तीन महीने का समय लगना और अब शासन स्तर से जांच रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं करने और ना ही दोषी के खिलाफ कार्रवाई की गई है। इससे यह प्रतीत होता है कि जांच को दबाए जाने का प्रयास किया जा रहा है। ऐसे में कर्मचारी कोर्ट का रुख करने की तैयारी कर रहे हैं।
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