अभियान: घर-घर जाकर खोजे जायेगें टी.बी.रोगी, स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने सभी सीएमओ को दिए निर्देश
प्रथम चरण में प्रदेश 6 जनपदों में शुरू हुआ अभियान
नि-क्षय मित्र पंजीकरण में दूसरे स्थान बना हुआ है राज्य
देहरादून। प्रधानमंत्री टी.बी.उन्मूलन अभियान के अन्तर्गत प्रदेश में अब घर-घर जाकर टी.बी. मरीज खोज कर उनका उपचार किया जायेगा। इसके लिए सभी जनपदों के मुख्य चिकित्साधिकारियों को निर्देश दे दिये गये हैं। प्रथम चरण में सूबे के 6 जनपदों में एक्टिव टी.बी. केस फाइन्डिग कैम्पेन चलाई जायेगी।
डाॅ. रावत ने बताया कि राज्य ने इस वर्ष टी.बी. उन्मूलन कार्यक्रम के अन्तर्गत अनेक उपलब्धियां प्राप्त की हैं। प्रधानमंत्री टी.बी. मुक्त भारत अभियान में उत्तराखण्ड ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुये राष्ट्रीय स्तर पर नि-क्षय मित्र पंजीकरण में लगातार द्वितीय स्थान पर बना हुआ है जो कि राज्य में टी.बी. उन्मूलन के लिए आमजन भागीदारी एवं विभागीय प्रयासों का प्रतिफल है कि टी.बी. उन्मूलन की दिशा में राज्य अग्रणीय भूमिका में नजर आ रहा है। उन्होंने बताया कि भारत सरकार द्वारा वर्ष 2022 में उत्तराखण्ड राज्य को 28 हजार टी.बी. को खोजे जाने का लक्ष्य दिया है जिसके सापेक्ष माह अक्टूबर तक लक्ष्य की शतप्रतिशत प्राप्ति की गयी है जिसमें प्रदेश के जागरूक समाज के साथ ही स्वास्थ्य विभाग के कार्मिकों, अधिकारियों एवं रेखीय विभागों का विशेष सहयोग प्राप्त हो रहा है। इसके लिए उन्होंने सभी का आभार व्यक्त करते हुये उत्तराखण्ड में वर्ष 2024 तक टी.बी. उन्मूलन हेतु अपना सहयोग बनाये रखने की अपेक्षा की है।